इन दिनों नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के स्टॉक्स में तेजी देखने को मिल रही है, और इनॉक्स विंड भी इसी रेस में शामिल है। हालांकि, शुक्रवार को इसके शेयर में 1.65% की गिरावट दर्ज हुई, जिसके बाद यह ₹164 पर बंद हुआ। क्या यह गिरावट खरीदारी का मौका है या कुछ और चल रहा है? आइए, विस्तार से समझते हैं।

इनॉक्स विंड का बिजनेस
इनॉक्स विंड, सुजलॉन का प्रतिस्पर्धी है और यह विंड टर्बाइन तथा उसके कॉम्पोनेंट्स बनाता है। साथ ही, यह विंड पावर प्रोजेक्ट्स का पूरा मैनेजमेंट भी संभालता है, जिसमें साइट सिलेक्शन से लेकर मेंटेनेंस तक का काम शामिल है। इसके बड़े क्लाइंट्स में टाटा पावर, अडानी, एनटीपीसी और ऑयल इंडिया जैसी कंपनियां शामिल हैं।
FY25 में कंपनी ने ₹3,557 करोड़ का सेल्स और ₹438 करोड़ का प्रॉफिट दिखाया। इसके स्टॉक ने पिछले 5 साल में 1,740% का रिटर्न दिया है, जो इसे एक मल्टीबैगर बनाता है।
राइट्स इश्यू
इनॉक्स विंड ने राइट्स इश्यू के जरिए 1,250 करोड़ रुपये जुटाने की घोषणा की है। इसका मतलब है कि मौजूदा शेयरहोल्डर्स को डिस्काउंट पर नए शेयर ऑफर किए जाएंगे।
- फेस वैल्यू: 10 रुपये प्रति शेयर
- बोर्ड मीटिंग: 23 जुलाई 2025 को फाइनल डिटेल्स तय होंगी
- रिकॉर्ड डेट, इश्यू प्राइस, रेश्यो: अभी फाइनल नहीं हुआ
कंपनी इस पैसे का इस्तेमाल डेट कम करने और एक्सपेंशन के लिए करेगी। राइट्स इश्यू आमतौर पर पॉजिटिव माना जाता है, लेकिन शॉर्ट-टर्म में स्टॉक प्राइस पर दबाव बन सकता है।
स्टॉक परफॉर्मेंस
- करंट प्राइस: ₹164.40 (शुक्रवार का क्लोजिंग)
- 52-वीक हाई/लो: 262.10 रुपये / 130.20 रुपये
- मार्केट कैप: 20,000 करोड़ रुपये से अधिक
- ऑर्डर बुक: 3,200 मेगावॉट (मजबूत डिमांड दिखाता है)
3-साल का सीएजीआर: 115%
5-साल का रिटर्न: 1,740%
निष्कर्ष
इनॉक्स विंड नवीकरणीय ऊर्जा सेक्टर में लॉन्ग-टर्म प्लेयर है। राइट्स इश्यू से इसकी फाइनेंशियल स्थिति मजबूत होगी, लेकिन शॉर्ट-टर्म में वोलेटिलिटी देखने को मिल सकती है। अगर आप हाई-ग्रोथ स्टॉक्स में निवेश करना चाहते हैं, तो इनॉक्स विंड एक दिलचस्प विकल्प हो सकता है। हालांकि, निवेश से पहले अपनी रिसर्च जरूर करें।
Disclaimer: ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों की हैं, न कि "Finance Solo" की। याद रखें: यह जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है, स्टॉक मार्केट जुआ नहीं, सही जानकारी और धैर्य से ही कमाई होती है| हमेशा खुद की रिसर्च करें य एक्सपर्ट की सलाह लें!











1 thought on “Suzlon से जुड़ी कंपनी के पास 3,200 MW का ऑर्डर, अब होगा ₹1,250 करोड़ का राइट इश्यू”